दोस्तों इस पोस्ट में हमने आपके लिए सूरह अल-कद्र से जुड़ी तमाम जानकारी मौजूद करने की पूरी कोशिश की है, मसलन की Surah Qadr in Hindi Text, सूरह कद्र हिंदी में तिलावत, सूरह कद्र की PDF और सूरह कद्र का हिंदी हिंदी तर्जुमा।
दोस्तों सूरह कद्र को हिंदी में शुरू करने से पहले हम आपको surah qadr in hindi यानी inna anzalnahu fi lailatil qadr के बारे में कुछ छोटी मगर जरूरी बातें बता देना चाहते है। जो हर एक मुसलमान शख्स को पता होनी चाहिए।
Surah Qadr, मक्की सूरह है और इसमें 5 आयतें हैं। कुरान में यह सूरह अल-कद्र के नाम से 30वें पारा में मौजूद है। यह 97वीं सूरह है।
सूरह का नाम | सूरह अल-कद्र |
पारा नंबर | 30 |
सूरह नंबर | 97 |
कुल आयतें | 5 |
कुल हर्फ़ | 114 |
सूरह अल-कद्र हिंदी में | Inna Anzalna surah in hindi text
दोस्तों आपके लिए नीचे Surah Qadr को Hindi में तिलावत करने के लिहाज़ से टेक्स्ट के रूप मौजूद कराया है। इसके साथ साथ हमने सूरह कद्र का तर्जुमा और सूरह कद्र अरबी में भी मौजूद करायी है।
बिस्मिल्लाह-हिर्रहमानिर्रहीम
1. इन्ना अनज़ल नाहु फ़ी लैयलतिल कद्र
2. वमा अदराका मा लैयलतुल कद्र
3. लैयलतुल कदरि खैरुम मिन अल्फि शह्र
4. तनज्जलुल मलाइकतु वररूहु फ़ीहा बिइज़्नि रब्बिहिम मिन कुल्लि अम्र
5. सलामुन हिय हत्ता मत लइल फज्र
तो ये थी हमारी सूरह कद्र हिंदी में। अगर आप Surah Qadr Translation in Hindi पढ़ना चाहते हैं, तो हमने आपके लिए सूरह कद्र का तर्जुमा हिंदी में नीचे मौजूद कराया है इसे भी जरूर पढ़ें।
इसे भी जरूर पढ़ें: – Tabbat Yada Surah in Hindi
सूरह अल-कद्र का तर्जुमा (Surah Qadr Ka tarjuma)
बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम
अल्लाह के नाम से, जो बड़ा मेहरबान निहायत रहम बाला है।
1. इन्ना अनज़ल नाहु फ़ी लैयलतिल कद्र
बेशक हम ने कुरान को शबे क़द्र में नाजिल फ़रमाया है
2. वमा अदराका मा लैयलतुल कद्र
और आप को मालूम है कि शबे क़द्र क्या है ?
3. लय्लतुल कदरि खैरुम मिन अल्फि शह्र
शबे क़द्र हज़ार महीनों से बेहतर है
4. तनज्जलुल मलाइकातु वररूहु फ़ीहा बिइज़्नि रब्बिहिम मिन कुल्लि अम्र
इस रात में फ़रिश्ते रूहुल अमीन (जिबरईल अलैहिस सलाम) अपने रब के हर काम का हुक्म लेकर उतरते हैं
5. सलामुन हिय हत्ता मत लइल फज्र
ये रात (सारापा) पूरी तरह सलामती है, जो सुबह फज्र होने तक रहती है
सूरह कद्र इमेज (Surya Kadar Hindi Mein Image)
Surah Qadr in Hindi Pdf Download
मेरे प्यारे दीनी भाइयों और बहनों जैसा की आपने ऊपर सूरह अल-कद्र को हिंदी में तर्जुमा के साथ पढ़ा ही होगा। साथ ही साथ आपने Surah Al-Qadr की Hindi Image भी देखी होंगी।
यहाँ हमने Surah Al-Qadr Hindi Pdf उपलब्ध करायी है आप आसानी के साथ सूरह अल-कद्र की पीडीऍफ़ को डाउनलोड कर सकते है।
सूरह अल-कद्र अरबी में (Surah Qadr in Arabic)
بِسْمِ ٱللَّهِ ٱلرَّحْمَٰنِ ٱلرَّحِيمِ
إِنَّآ أَنزَلْنَٰهُ فِى لَيْلَةِ ٱلْقَدْرِ
وَمَآ أَدْرَىٰكَ مَا لَيْلَةُ ٱلْقَدْرِ
لَيْلَةُ ٱلْقَدْرِ خَيْرٌ مِّنْ أَلْفِ شَهْرٍ
تَنَزَّلُ ٱلْمَلَٰٓئِكَةُ وَٱلرُّوحُ فِيهَا بِإِذْنِ رَبِّهِم مِّن كُلِّ أَمْرٍ
سَلَٰمٌ هِىَ حَتَّىٰ مَطْلَعِ ٱلْفَجْرِ
सूरह कद्र ऑडियो (Surah Al-Qariah Mp3 Download)
मेरे प्यारे भाइयों और बहनों जैसा की आपने इस पोस्ट में सूरह अल-कद्र को सभी भाषाओं में टेक्स्ट और इमेजेज के जरिये पढ़ा ही होगा।
लेकिन अगर आप सूरह कद्र की तिलावत सुनना पसंद करते है, जिससे आपने दिल और दिमाग को आराम मिलता है।
उसके लिये हमने नीचे सूरह अल-कद्र की Mp3 फाइल डाउनलोड करने का लिंक दिया है। यहाँ से आप आसानी के साथ Surah Qadr Ki Mp3 को डाउनलोड कर सकते हो।
सूरह क़द्र की तफ़्सीर (Surah Qadr Ki Tafseer)
Surah Qadr में अल्लाह ने रमजान की एक खास रात के बारे में जिक्र किया है रमजान की रातों में एक रात शबे कद्र की है यह बहुत ही बरकत और भलाई वाली रात है इस रात में कुरान ए मजीद नाजिल हुआ।
शबे कद्र क्या है?
शबे क़द्र रमज़ान शरीफ़ की आख़िरी अशरे की ताक़ (सम) रातों में से किसी एक रात में होती है। क्यूंकि कोई मुकम्मल तारीख का पता नहीं है, तो माना जाता है कि 21, 23, 25, 27, या 29 वीं में से किसी एक रात में शबे कद्र होती है।
पूरा का पूरा क़ुरान करीम लौहे महफ़ूज़ में इसी रात में उतारा गया, फिर उसके बाद अल्लाह के हुक्म से हज़रत जिब्राइल अलैहिस्सलाम उसे थोड़ा थोड़ा करके 23 साल तक हज़रत मुहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम पर वही की शक्ल में नाजिल करते रहे और दूसरा मतलब ये भी है कि क़ुराने करीम सब से पहले शबे क़द्र में नाज़िल होना शुरू हुआ।
सूरह कद्र के फायदे (Surah Al-Qadr Benefits)
दोस्तों जैसा कि आप सभी ने सूरह कद्र को हिंदी और अरबी में ऊपर पढ़ा ही है, यहाँ हमने सूरह कद्र से जुड़े कुछ फायदे बताये हैं, इनको जरूर पढ़ें।
मुजाहिद का अजर:
जो कोई ऊँची आवाज़ में सूरह क़द्र की तिलावत करता है, उसे उस मुसलमान का अजर मिल जाता है जो अल्लाह और उसके पैगंबर हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैह बसल्लम के लिए अल्लाह के रास्ते में लड़ता है।
एक शहीद का अजर:
जो कोई इस सूरह की तिलावत अच्छी आवाज़ के साथ करता है, इंशा अल्लाह उसे शहीद का अजर मिल जाएगा।
गुनाहों से खलाशी:
यदि कोई व्यक्ति दिन में 10 बार सूरह ए-क़द्र की तिलावत करता है, इंशा अल्लाह तो उसके 1000 गुनाह माफ़ हो जाएंगे।
सूरह कद्र से जुड़े कुछ सवाल और जवाब
जवाब : -अल-क़द्र एक तसूर है कि अल्लाह सब कुछ जानता है और जो कुछ भी होगा वह पहले ही तय कर चुका है। इसे तकदीर कहा जाता है। अल-क़द्र का ताल्लुक सुन्नी इस्लाम की छह अकायिद से जुड़ा है,
इसकी बजह यह है क्योंकि यह ज़ाहिर करता है कि अल्लाह हर चीज़ पे कादिर है, जिसका मतलब है ‘सब कुछ जानने वाला’, और लामहदूद ताकत रखने बाला।
जवाब : – सूरह कद्र को सोने जाने के वक़्त 11 मरतबा पढ़कर सोया जाये, तो इंशाअल्लाह आप पूरी रात महफूज़ रहिंगे। बैसे तो सूरह कद्र को किसी भी वक़्त पढ़ा जा सकता है।
जवाब : – सूरह अल-कद्र कुरान करीम के 30 वें पारा में मौजूद है।
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