इस पोस्ट में हम सूरह हमजाह हिंदी में (Surah Humazah in Hindi) के बारे में डिटेल्स में पढेंगे। सूरह हुमजह मक्की सूरह है, यह सूरह कुरान पाक के 30वें पारा, 104 नंबर की सूरह है।
इस का नाम ((सूरह हुमज़ह)) है क्यों कि इस की शुरूआती आयत में यह शब्द आया है जिसका मतलब होता है: ताना मारना, गीबत करना आदि।
दोस्तों सूरह अल हमजाह (surah al humazah in hindi) शुरू करने से पहले हमने आपके लिए नीचे surah al humazah (सूरह अल हमजाह) के बारे में कुछ छोटी मगर जरूरी बातें बताई हैं, ये बातें हर एक मुसलमान शख्स को पता होनी चाहिए।
सूरह का नाम | सूरह अल हमजाह |
पारा नंबर | 30 |
सूरह नंबर | 104 |
कुल आयतें | 9 |
कुल शब्द | 33 |
कुल अक्षर | 133 |
सूरह हमजाह हिंदी में (Surah Al Humazah in Hindi)
बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम
1. वैलुल् – लिकुल्लि हु – म – ज़तिल् लु – मज़ह
2. अल्लज़ी ज – म – अ़ मालंव् – व अ़द् – द – दहू
3. यह्सबु अन् – न मालहू अख़्ल – दह्
4. कल्ला लयुम्ब – ज़न् – न फ़िल् – हु – त – मति
5. व मा अद्रा – क मल्हु – त – मह्
6. नारूल्लाहिल् मू – क़ – दतु –
7. अल्लती तत्तलिअु़ अ़लल् – अफ़इदह्
8. इन्नहा अ़लैहिम् मुअ् – स – दतुन्
9. फ़ी अ़ – मदिम् – मुमद् – द – दह्
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सूरह अल हुमज़ह हिंदी तर्जुमा (Surah Al-Humazah ka tarjuma)
अल्लाह के नाम से, जो बड़ा मेहरबान निहायत रहम बाला है।
1. हर उस आदमी के लिए बर्बादी है जो पीठ पीछे ऐब लगाने वाला है और मुंह पर ताना देने वाला है
2. जिसने माल जमा किया हो और गिन गिन कर रखता हो
3. और वो समझता है उसका ये माल हमेशा उस के साथ रहेगा
4. बिल्कुल नहीं वो ज़रूर तोड़ फोड़ कर रख देने वाली जहन्नम में फेंक दिया जायेगा।
5. और आपको पता भी है कि हुतामह (तोड़ फोड़ कर रख देने वाली) चीज़ क्या है
6. वो अल्लाह की भड़काई हुई आग है
7. जो दिलों तक जा पहुंचेगी
8. यक़ीनन वो आग उन पर बंद कर दी जाएगी
9. वो (आग के) लम्बे लम्बे खम्भो में (घिरे हुयी होंगी)
सूरह अल हमजाह अरबी में (surah humazah in arabic text)
بِسْمِ ٱللَّهِ ٱلرَّحْمَٰنِ ٱلرَّحِيمِ
شروع اللہ کے نام سے جو بڑا مہربان نہایت رحم والا ہے
وَيْلٌ لِّكُلِّ هُمَزَةٍ لُّمَزَةٍ
بڑی خرابی ہے ہر ایسے شخص کی جو عیب ٹٹولنے واﻻ غیبت کرنے واﻻ ہو
ٱلَّذِى جَمَعَ مَالًا وَعَدَّدَهُۥ
جو مال کو جمع کرتا جائے اور گنتا جائے
يَحْسَبُ أَنَّ مَالَهُۥٓ أَخْلَدَهُۥ
وه سمجھتا ہے کہ اس کا مال اس کے پاس سدا رہے گا
كَلَّاۖ لَيُنۢبَذَنَّ فِى ٱلْحُطَمَةِ
ہرگز نہیں یہ تو ضرور توڑ پھوڑ دینے والی آگ میں پھینک دیا جائے گا
وَمَآ أَدْرَىٰكَ مَا ٱلْحُطَمَةُ
اور تجھے کیا معلوم کہ ایسی آگ کیا ہوگی؟
نَارُ ٱللَّهِ ٱلْمُوقَدَةُ
وه اللہ تعالیٰ کی سلگائی ہوئی آگ ہوگی
ٱلَّتِى تَطَّلِعُ عَلَى ٱلْأَفْـِٔدَةِ
جو دلوں پر چڑھتی چلی جائے گی
إِنَّهَا عَلَيْهِم مُّؤْصَدَةٌ
وہ ان پر ہر طرف سے بند کی ہوئی ہوگی
فِى عَمَدٍ مُّمَدَّدَةٍۭ
بڑے بڑے ستونوں میں
Surah Al-Humazah in Hindi Pdf Download
मेरे प्यारे दीनी भाइयों और बहनों जैसा की आपने ऊपर सूरह हुमज़ह को हिंदी में तर्जुमा के साथ पढ़ा ही होगा। साथ ही साथ आपने Surah Al-Humazah की Hindi Image भी देखी होंगी।
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सूरह हुमजह के फायदे (surah Al-Humazah Fazilat)
👉 1. हमारे प्यारे पैगंबर (सल्लललाहू अलैह वसल्लम) फरमाते हैं: “जो कोई सूरह हुमज़ह की तिलावत करता है, उसे दस नेकियाँ अता की जाएँगी।
👉 2. इमाम सादिक (रदी अल्लाहु ताला अन्हु) ने फरमाया कि जो अपनी किसी फर्ज़ नमाज़ में सूरह हुमज़ह की तिलावत करता है, गरीबी उससे दूर रहेगी, रिज़्क़ उसके पास आएगा, गरीबी से महफूज रहेगा और एक भयानक मौत उससे दूर हो जाएगी।
👉 3. सूरह अल हुमज़ह की तिलावत करना, आँखों में दर्द का इलाज है और आँखों में दर्द से राहत के लिए सूरह अल हुमज़ह की तिलावत करके आँखों में धीरे से फूंकना चाहिए।
👉 4. सूरह अल हुमज़ह की तिलावत करने से मौत आना आसान हो जाती है।
👉 5. अगर किसी शख्स पर कोई जिन्नात या बुरी नज़र का असर हो रखा है तो उस शख्स के ऊपर सूरह हुमजह पढ़कर फूँक देने से बुरे असरात दूर हो जयिंगे। इंशा अल्लाह
सूरह हुमजह की तफसीर (Surah Humazah Tafseer)
सूरह हमजा में कुछ इख्लाकी यानी व्यवहारिक बुराइयों के बारे में बताया गया है। जो उन दिनों अरब के जहिलियत के समाज में वहां के माल दारों के अंदर पाई जाती थी।
माल वा दौलत और शानो शौकत में वह लोग मस्त थे, एक दूसरे को ताना दिया करते थे, एक दूसरे को आपस में चुगलियां करके लडवा देते थे, भाइयों में फूट डाल देते थे, पीठ पीछे बुराई करते थे अपने आप को तो नहीं देते थे लेकिन दूसरे की बुराई को जरूर देख लेते थे और यह सब उन में इसलिए था कि वह अपनी दौलत के नशे में चूर थे
यह 3 बुराइयां खास तौर पर इस सूरह में बयान किया गया है और इस बुराईयों से होने वाले अज़ाब के बारे में भी बताया गया है।
1- मुंह पर ताना देना
2- पीठ पीछे बुराई करना
3- माल को गिन गिन कर रखना
यह बुराइयां उनके समाज में मौजूद थीं लेकिन वह मौत को भूले हुए थे बस उनको अपनी दौलत को गिन-गिन कर रखने का शौक था और इस दौलत को नेकी की राह में खर्च करने से कंजूसी करते थे।
वह समझ बैठे थे कि यह दौलत कभी भी उनका साथ नहीं छोड़ेगी और इनको यह कभी भी खयाल नहीं था कि एक वक्त ये सब माल दौलत छोड़ कर अकेले ही जाना पड़ेगा और एक ढेला भी इनके साथ नहीं जाएगा।
ऐसे लोगों का अंजाम
उसके बाद इनको बताया गया कि हिसाब किताब के दिन ऐसे लोगों का क्या अंजाम होगा क्योंकि दुनिया में ऐसे लोग फलते फूलते ही नजर आते हैं और ऐसे लोग मौत से गाफिल होते हैं इनके खयाल में सिर्फ यही दुनिया की जिंदगी है और फिर मरने के बाद सब कुछ खत्म हो जाना है।
इस सूरह में जाहिलियत की सरदारी का एक नमूना पेश किया गया है ऐसे लोगों को इनके अंजाम से खबरदार किया गया है इन लोगों के लिए अल्लाह ताला ने खास अपनी तरफ से एक जहन्नम की आग तैयार की है और उसका नाम हुतामा है।
वो आग दुनिया की आग की तरह अंधी नहीं होगी की सब को जला दें बल्कि वह एक एक मुजरिम के दिल तक पहुंचेगी उसके जुर्म की लेवल को पता करेगी उस दिल में जहां उनकी नापाक ख्वाहिशें पलती रही।
वहां तक सजा देगी, हर एक को उसके लेवल के मुताबिक जहन्नम में मुजरिमों को डालकर उस पर उस आग को बंद कर दिया जाएगा और मुजरिम को लंबे-लंबे खंभों से बांधकर दिया जाएगा और वो जरा भी हिल नहीं सकेंगे और ना ही उनके आजाब में कमी होगी।
वहां कोई और दरवाजा नहीं होगा कि वहां से बाहर निकल भाग निकलने का कोई सवाल पैदा हो सके आग लंबे-लंबे खंभों की शक्ल में उठ रही होगी बल्कि वह हमेशा हमेशा इसी आग में झुलसते रहेंगे।
सूरह हमजाह से जुड़े कुछ सवाल और जवाब
जवाब: – सूरह हुमजह, कुरान करीम के 30वें पारा में मौजूद है।
जवाब: – सूरह हुमजः में 9 आयतें हैं।
जवाब: – सूरह हुमजह का अंग्रेजी में मतलब होता है “The Traducer” or “The Gossip-Monger” जिसका हिंदी में मतलब होता है “ताज़िर” या “गप-सप करने बाला”।
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