Nazar Se Bachne Ki Dua: – दोस्तों, आज की इस पोस्ट में हम एक ख़ास दुआ के बारे में जानेंगे। हो सके तो आप इस दुआ को याद कर लें। वो बुरी नज़र से बचने की दुआ (Nazar Se Bachne Ki Dua in Hindi) है।
Nazr E Bad Ki Dua को खुद आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम कसरत से पढ़ते थे।
यह नज़र बद की दुआ (Nazar Bad Ki Dua) हमें हर तरह की बुरी नज़र से बचाती है। तो आईये पहले नज़र से बचने की दुआ जान लेते हैं।
इसके बाद हम नज़र के बारे में भी थोड़ा बहुत जानेंगे।
नज़र से बचने की दुआ | Nazar Se Bachne Ki Dua
आईये हम हिंदी, अरबी और अंग्रेजी में नज़र से बचने की दुआ को जानते हैं।
नज़र से बचने की दुआ इन हिंदी
” आऊज़ु बिकालिमातिल्लाहित ताम्माती मिन कुल्ली शैयतानिन व हाम्मातिनव मिन कुल्ली अयनीन लाम्मातिन “
नज़र से बचने की दुआ हिंदी तर्जुमा
मैं पनाह मांगता हु अल्लाह की पुरे पुरे कलिमात के जरिए, हर शैतान से और हर ज़हरीले जानवर से और हर नुकसान पहुँचाने वाली नज़र-ए-बद्द से।
Nazar Se Bachne Ki Dua in English
“A’oozhu Bikalimatillahi-Tammatti Min Kulli Shaytaanin Wa Hammatin Wamin Kulli ‘Aynin Lammatin.”
Nazar Se Bachne Ki Dua in Arabic
أَعُوذُ بِكَلِمَاتِ اللَّهِ التَّامَّةِ مِنْ كُلِّ شَيْطَانٍ وَهَامَّةٍ وَمِنْ كُلِّ عَيْنٍ لامَّةٍ
Credit: – Mufti Tariq Masood Special
नज़र कैसे लगती है?
नज़र का लगना कोई आम बात नहीं है। हमारे प्यारे नबी मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने इरशाद फ़रमाया है कि नज़र का लगना बरहक़ है।
ये भी है कि नज़र हर एक शख्स को नहीं लगती।
Nazar Ka Lagna ऐसे समझा जा सकता है कि जब किसी के साथ कोई अचम्भे की बात हो जाती है तो उस मौके पर नज़र लग सकती है।
उदाहरण के लिए: – जब किसी के पास अचानक से इतना पैसा आ जाये कि अगर वो कल तक साइकिल से चलता था और अचानक से किसी बड़ी गाड़ी में चलने लगे, तो लोगों की आंखें खुली की खुली रह जाती हैं, और लोग सोच में पड़ जाते हैं कि ये हो क्या गया।
जिससे लोगों में हसद पैदा हो जाता है। जिससे उस शख्स को नज़र लगने का खतरा रहता है।
हदीस में भी आता है कि याकूब अलैहिस्सलाम के 11 बेटे थे। जो लम्बे, चौड़े, जवान और खूबसूरत थे। तो मिस्र में जाते वक़्त उन्होंने अपने बेटों से फ़रमाया कि एक दरवाज़े से दाखिल मत होना।
जिससे मालूम होता है कि उनको नज़र ना लग जाये इसलिए याकूब अलिहिस्सलाम ने उनसे ऐसा बोला था।
नज़र लगने की कुछ वजाहत
दोस्तों, आपने देखा कि नज़र का लगना आम बात है। इसलिए कुछ चीज़ें ऐसी होती हैं जिनको करने से हमें बचना चाहिए।
1. हिफाज़त से खर्च न करने से
जब हमें कभी अचानक से हद से ज्यादा माल हासिल हो जाता है तो एक दम हम ज़मीन से आसमान में उड़ने की सोचने लगते हैं, और इसके लिए हम खर्च करने में भी कमी नहीं करते।
अचानक से ही महंगी-महंगी चीज़ों को खरीदना शुरू कर देते हैं।
जबकि होना ये चाहिए कि अगर हम साइकिल से चलते थे तो उसकी जगह मोटरसाइकिल इस्तेमाल कर सकते हैं।
न कि ऐसा करें कि साइकिल से सीधा महगी कारों में चलने लगें।
हमें अपने माल को आहिस्ता-आहिस्ता इस्तेमाल में लाना चाहिए। अचानक से किसी काम को करने से लोगों में हसद पैदा हो जाता है।
ऐसे में हम-आप को नज़र लग सकती है।
2. अपनी चीज़ों का दिखावा करने से
हर किसी का दिल इतना बड़ा नहीं होता कि वो आपकी बातें सुने या आपका कोई कामयाबी का राज़ जाने और उसपर सब्र करे।
ऐसे में नज़र लगने का खतरा (Nazar Lagne Ka Darr) रहता है।
अपनी चीज़ों का कभी किसी के आगे दिखाबा नहीं करना चाहिए और ना ही किसी के सामने जाहिर करना चाहिए।
अल्लाह ने आपको जो दिया है उस पर सब्र और अल्लाह का सुक्रिया अदा करना चाहिए।
बहुत से लोग ऐसे हो सकते हैं कि किसी को आपने कोई बात बताई और उसके दिल में हसद पैदा हो गया, तो ऐसे में नज़र लगने का खतरा हो सकता है।
3. अपने ऊपर इतराने से
बाज दफा हमें अपनी खुद की भी नज़र लग जाती है। हमें अपने ऊपर इतराना नहीं चाहिए।
जैसे कि मुझसे खूबसूरत कोई नहीं, मेरे इतने पैसे वाला कोई नहीं और भी बहुत कुछ हो सकता है। आप सब समझदार हैं।
तो इन बातों को ध्यान में रखना चाहिए।
नज़र लगने की पहचान कैसे करें?
हमें यह जान लेना बेहद जरूरी है कि अगर किसी को नज़र लग गयी है तो उसकी पहचान कैसे की जाये कि हाँ, फलां शख्स को नज़र लगी है।
नज़र लगने की सबसे बड़ी पहचान तो ये होती है कि अचानक से किसी शख्स में कोई तकलीफ वाली तब्दीली या बदलाव का होना, जाहिर करता है कि उसको बुरी नज़र लग गयी है।
इसके अलावा कुछ बातें हैं जिनसे मालूम होता है कि बुरी नज़र लगी है।
तो आईये कुछ चुनिन्दा बातें जान लेते हैं जिनसे मालूम होता है कि फलां शख्स बुरी नज़र का शिकार है।
- अचानक से जिस्मानी या जहनी तबदीली का आना (यानी अचानक से किसी बीमारी का होना)।
- चेहरे पर पीलाहट और आँखों के नीचे हलके पड़ जाना।
- अचानक से सीने में घुटन का महसूस होना।
- तिलावत करने या दम करने पर परेशांन हो जाना।
- मामूल से ज्यादा गर्मी महसूस होना।
- मामूल से ज्यादा पसीना का आना।
- कमर से नीचे के हिस्से में पसीने का आना।
- पहलुओं में दर्द महसूस होना।
- बेचैन और परेशांन रहना।
- बगैर सबब के आंसुओं का आना।
- पलकों का फड़कना।
- जिस्म के किसी हिस्से का फड़कना।
- दिल डूबे की कैफियत रहना (हमेशा डिप्रेशन में रहना)।
- पट्ठों का अकड़ जाना।
- नींद में बेहोशी की हालत होना।
- नींद ना आना।
- किसी बगैर मेडिकल और दुनियाबी वज़ाहियात के जिस्म पर नीले चकत्तों का पढ़ना।
ये कुछ चीज़ें होती हैं जिनसे मालूम होता है कि हमें नज़र लग गयी है। तो इस हालत में आपको ऊपर बताई बुरी नज़र से बचने की दुआ (Nazar Se Bachne Ki Dua) को 3-5 बार पढ़कर दम करना चाहिए।
इसके साथ आपको मेडिकल मदद भी लेना चाहिए।
अगर नज़र लग जाये तो क्या करें?
अगर किसी को नज़र लग जाए तो आपको चाहिए कि आप नज़र से बचने की दुआ (Buri Nazar Se Bachne Ki Dua) का इस्तेमाल करें। नज़र से बचने की दुआ हमने ऊपर बताई है। आईये इसको इस्तेमाल करने का तरीका जान लेते हैं।
पहला तरीका – नज़र से बचने के लिए
- अगर किसी को नज़र लग गयी हो तो उसे चाहिए कि Nazar Utarne Ki Dua पढ़े।
- फिर अपने दोनों हाथों पर दम करे।
- उसके बाद अपने दोनों हाथों को पूरे बदन पर फेर ले या मल ले।
इंशाअल्लाह उसकी नज़र से हिफाज़त होगी।
दूसरा तरीका – नज़र से बचने के लिए
आपको चाहिए कि अगर आपको नज़र लग गयी है तो इन सूरतों का इस्तेमाल नज़र से बचने के लिए करें, जो हमारे प्यारे नबी हुज़ूरे पाक सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम भी अमल में लेते थे वो ये है
- सबसे पहले सूरह फलक और सूरह नास की तिलावत करें।
- अब अपने दोनों हाथों पर दम करें।
- दम करने के बाद दोनों हाथों अपने जिस्म पर फेर लें।
इसके साथ साथ यह भी याद रखें कि जब आप रात को सोने जाएँ तो इन दोनों सूरतों की तिलावत करने के बाद आयतल कुर्सी की तिलावत करें और अपने ऊपर दम कर लें। इंशा अल्लाह जिससे आप बुरी नज़र से महफूज़ रहेंगे।
अगर बच्चों को नज़र लग जाये तो क्या करें?
बच्चों को नज़र से बचाने के लिए या बच्चों को नज़र लग जाने पर आप ऊपर बताये तरीकों को बच्चों के लिए भी इस्तेमाल में ले सकते हैं और Nazar Na Lagne Ki Dua पढ़कर दम करना चाहिए। इंशा अल्लाह बच्चे बुरी नज़र से बचे रहेंगे।
अपनी नज़रों से दूसरों को कैसे बचाएँ?
अगर आप चाहते हैं कि आपकी नज़र किसी दुसरे का नुक्सान ना करे या कहीं ऐसा ना हो कि आपके अन्दर किसी चीज़ को देखकर हसद पैदा हो जाये और आपकी बुरी नज़र किसी को लग जाये।
तो इसके लिए आपको हमेशा याद रखना चाहिए कि जब भी किसी खूबसूरत, मालदार, या बहुत अच्छी चीज़ों को व किसी शख्स को देखें, तो माशाअल्लाह कह कर उसकी तारीफ करें।
जिससे आपकी नज़र किसी शख्स को नहीं लगेगी। अल्लाह आपकी नज़रों की हिफाजत करेगा। जिससे आपके वजह से किसी दुसरे इंसान का नुकसान न होगा।
नज़र से बचने के लिए शिर्क वाले काम न करें
आजकल हम लोग नज़र से बचने के लिए कुछ ऐसे काम करते हैं जिनको करना शिर्क करने के बराबर है। मगर हम लोगों को ज्यादा इल्म ना होने की बजह से उन कामों को करने में कोई फर्क नहीं पड़ता।
जैसे कि बच्चों के काजल का टीका लगाना ताकि नज़र से बचा रहे, हाथों और पैरों में काला धागा बाँध देना, हाथों में सफ़ेद और काले मोती वाला जिसे नजरियाँ बोलते हैं पहना देना और भी ऐसे बहुत से काम हैं जिनको हम लोग करते हैं।
मगर याद रहे की ये सब काम शिर्क करने में आते हैं।
नज़र से बचने के लिए केवल Nazar Se Bachne Ki Dua का इस्तेमाल करना चाहिए। जो की हमने ऊपर बताई है।
Nazar Se Bachne Ki Dua से जुड़े FAQ
नज़र से बचने की दुआ है: – ” आऊज़ु बिकालिमातिल्लाहित ताम्माती मिन कुल्ली शैयतानिन व हाम्मातिनव मिन कुल्ली अयनीन लाम्मातिन।”
अगर किसी को नज़र लग जाए तो उसे चाहिए कि नज़र से बचने की दुआ पढ़े और सूरह फलक व सूरह नास पढ़कर दम करे।
कोई भी अच्छी चीज़ या काम को देखने पर माशाअल्लाह कहें। जिससे अल्लाह आपकी नज़रों से होने वाले नुक्सान को ख़त्म कर देगा।
आखिरी शब्द
तो आज की इस पोस्ट में हमने Nazar Se Bachne Ki Dua के साथ-साथ यह भी जाना कि नज़र कैसे लगती है, किसको लगती है और नज़र लग जाए तो इसकी पहचान कैसे की जाये।
उम्मीद है कि आपको हमारी यह पोस्ट पसंद आई होगी। अगर कोई गलती हुई हो तो कमेंट में जरूर बताएं।
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