Last updated on अक्टूबर 15th, 2023 at 06:22 अपराह्न
दोस्तों क्या आप भी अक्सर बिना दुआ के ही 🥗 खाना खा लेते हैं? आपको चाहिये कि 🍽️ खाना खाने से पहले आप Khana Khane Ki Dua (खाना खाने की दुआ) को सीख लें।
इसे पढ़ने से यह फायदा होगा कि आपके 🍔 खाने में बरकत होगी क्यूँकी बिना दुआ पढ़े हमारे खाने से बरकत ख़त्म हो जाती है।
इस पोस्ट में हम Khana Khane Ki Dua के साथ ही Khana Khane Ke Baad Ki Dua भी सीखेंगे।
साथ ही साथ हम इस खाना खाने की दुआ को अरबी और इंग्लिश में भी पढेंगे। आपको जो भी भाषा आती हो, आप उस भाषा में खाना खाने की दुआ को पढ़ सकते हैं।
📌 नोट: - जब आप खाना खाने को जायें तो सबसे पहले थोड़ी बुलंद आवाज़ में "बिस्मिल्लाह हिर रहमानिर" रहीम पढ़ लें। तेज़ आवाज़ में पढ़ने से यह होगा कि आपके अगल-बगल जो भी शख्स बैठा होगा, उसको भी यह याद हो जायेगा कि उन्हें भी बिस्मिल्लाह पढ़नी है।
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खाना खाने की दुआ | Khana Khane se Pahle ki Dua
आपने अक्सर सुना होगा कि कोई भी काम करो, चाहे वो खाना खाना ही क्यूँ ना हो। आपको बिस्मिल्लाह जरूर पढ़ लेनी चाहिए।
ये बिलकुल सही बात है कि खाना खाने से पहले बिल्मिल्लाह पढ़ना चाहिए। लेकिन अगर आप बिस्मिल्लाह के अलावा भी पढ़ना चाहते है, तो आप Khana Khane Ki Dua को भी पढ़ें।
खाने से पहले की दुआ हिंदी में
🤲 बिस्मिल्लाहि व अला बरकतिल्लाह 🤲
तर्जुमा: – अल्लाह के नाम के साथ जो बड़ा बरकत बाला है।
खाने से पहले की दुआ अरबी में
dua before eating in english
Bismillahi Wa Ala Barkatillah
(अबू दावूद 3867, तिर्मिज़ी 1858)
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खाना खाने की दुआ की हदीस
📓 1. जब तुम में से कोई खाना खाने लगे तो कहेः “अल्लाह के नाम से खाना शुरू करता हूं’ और अगर शुरू में कहना भूल जाए तो कहेः’अल्लाह के नाम से, शुरू में और आख़िर में”
अबू दाऊद : 3/347, हदीस संख्या : 3767, तिर्मिज़ी : 4/288 ,हदीस संख्या : 1858, देखिए, सह़ीह़ तिर्मिज़ी : 2/167
📓 2. जिसे अल्लाह तआला खाना खिलाए वो ये दुआ पढ़ेः ऐ अल्लाह! हमारे लिए इसमें बरकत दे और हमें इससे बेहतर खिला।
और जिसे अल्लाह तआला दूध पिलाए वो ये दुआ पढ़ेः ऐ अल्लाह! हमारे लिए इसमें बरकत दे और हमें इससे ज़्यादा पिला।
तिर्मिज़ी : 5/506 ,हदीस संख्या : 3455, देखिएः सह़ीह़ तिर्मिज़ी : 3/158
अगर शुरू में दुआ पढ़ना भूल जाए तो क्या करें?
अगर हम खाना खाने से पहले की दुआ पढ़ना भूल जाते हैं और हमें खाना खाने के वक़्त बीच में याद आ जाता है कि अरे! हमनें तो खाना खाने की दुआ को पढ़ा ही नहीं है।
तब हमें चाहिए कि हम खान खाने के बीच में यह दुआ पढ़ें, जो नीचे बताई गयी है।
यह दुआ खाना खाने के बीच की दुआ है, जब हम खाना खाने की दुआ पढ़ना भूल जाते हैं।
🏵️ बिस्मिल्लहि अव्वलहु व आख़ि रहु 🏵️
तर्जुमा: – अल्लाह के नाम के साथ उस के शुरू और उस के आखिर में।
(अबू दावूद 3867, तिर्मिज़ी 1858)
तो जैसा कि हमने ऊपर खाना खाने की दुआ को सीख लिया और हमें उम्मीद है कि आप इस दुआ को अच्छे से याद भी कर लेंगे।
अब जब आप खाने से फारिग हो जायेंगे, तब आपको खाना खाने के बाद की दुआ को भी पढ़ना चाहिए। जो कुछ इस तरह है
खाना खाने के बाद की दुआ | Khana Khane Ke Baad ki Dua
यहाँ हमने खाना खाने के बाद की दुआ हिंदी में बताई हैं। जिनमें से पहली दुआ आप अच्छे से जानते ही होंगे।
अक्सर लोग खाना खाने के बाद पहली दुआ को कसरत से पढ़ते हैं।
हज़रात अबू सईद खुदरी रदियल्लाहु अन्हु से मरवी है की रसूलुल्लाह सल्लाहु अलैहि व सल्लम जब खाने से फारिग होते तो यह दुआ करते –
🌷 अल्हम्दु लिल्लाहिल लज़ी अत अम ना व सकाना व ज अल ना मिनल मुस्लिमीन 🌷
तर्जुमा : – सब खुबिया अल्लाह त्आला के लिए जिसने हमें खिलाया पिलाया और मुसलमानो में से बनाया
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खाना खाने के बाद दस्तरखान उठने पर यह दुआ पढ़ें
हज़रात अबू उमामा रदियल्लाहु अन्हु कहते है की हुज़ूरे अक़दस सल्लाहु अलैहि व सल्लम के सामने से जब भी दस्तरखान उठाया जाता था तो आप यह दुआ पढ़ते थे –
🍀 अल् हम्दु लि ल्लाहि हम्दन कसीरन तय्यबम मुबा-रकन फ़ीहि गै-र मुक़फ़ीयिन व ला मुवद्दइन व ला मुस्तग्न न अन्हु रब्बना० 🍀
(तिर्मिज़ी ज़ि.-2 स.-183)
तो ये तो खाना खाने और खाना खाने के बाद की दुआयें हो गयी।
अब हम खाने से जुड़ी कुछ और दुआएं भी देख लेते हैं। आपको चाहिए कि आप इन दुआओं को भी अच्छे से सीख लें।
जो शख़्स कुछ खिलाए-पिलाए उस के लिए दुआ
जब आपको कोई शख्स अगर कुछ खिलाता या पिलाता है तो आपका हक है कि आप उसके हक में अल्लाह से दुआ करें। जिसके लिए आप इस दुआ को पढ़कर उसके लिए दुआ कर सकते हैं।
अल्लाहुम्म अत इम मन अत अ-मनी व असकि मन अस्क़ानी
तर्जुमा: – ए अल्लाह जिस ने मुझे खिलाया तू भी उसे खिला और जिस ने मुझे पिलाया तू भी उसे पिला
(सहीह मुस्लिम 2055)
किसी के यहां दावत खाने की दुआ
जैसा कि हमने ऊपर कुछ खाना खाने की दुआओं को पढ़ा, जिनको हमें खाना खाते वक़्त पढ़ना चाहिए।
लेकिन अगर आप किसी दुसरे के यहाँ या शादी-बारात में खाना खा रहे हैं तो आपको चाहिए कि खाना खाने के बाद नीचे बताई गयी दुआ को पढ़ें।
अल्लाहुम-म अतअिम मन अत-अ-म-नी वस्क़ि मन सक़ानी०
तर्जुमा: – ए अल्लाह! जिसने मुझे खिलाया तू उसे खिला, और जिसने मुझे पिलाया तू उसे पिला।
आखिरी शब्द
तो दोस्तों जब भी खाना खाया जाये तो खाना खाने की दुआ को जरूर पढ़ा जाये। जिससे हमारे खाने में अल्लाह ताला बरकत देता है।
अगर हमसे किसी दुआ को लिखने में कोई गलती हुई हो या आपकी कोई सलाह हो तो आप हमें कमेंट में जरूर बताएं।
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