दोस्तों, आपने हस्बी रब्बी जल्लल्लाह नात सुनी होगी। लेकिन क्या आप Hasbi Rabbi Jallallah Naat Lyrics जानते हैं।
आईये जानते हैं कि हस्बी रब्बी जल्लल्लाह नात के लिरिक्स क्या हैं?
आप सभी को भी Hasbi Rabbi Jallallah Mafi Qalbi Naat पढ़ना चाहिए।
इस पोस्ट में हमने Hasbi Rabbi Jallallah Naat के Lyrics को हिंदी, इंग्लिश और उर्दू में मौजूद कराया है।
आप अपने हिसाब से इस हस्बी रब्बी जल्लल्लाह नात के लिरिक्स को पढ़ सकते हैं।
इस नात को भी पढ़ें: – मौला या सल्ली व सल्लिम नात हिंदी में
Hasbi Rabbi Jallallah Naat Lyrics
हस्बी रब्बी जल्लल्लाह लिरिक्स हिंदी में
तेरे सदक़े में, आक़ा ! सारे जहाँ को दीन मिला
बे-दीनों ने कलमा पढ़ा, ला-इलाहा इल्लल्लाह
ह़स्बी रब्बी जल्लल्लाह, मा फ़ी क़ल्बी गै़रुल्लाह
नूर-ए-मुह़म्मद स़ल्लल्लाह, ला-इलाहा इल्लल्लाह
सिम्त-ए-नबी बू-जहल गया, आक़ा से उस ने ये कहा
गर हो नबी बतलाओ ज़रा, मेरी मुट्ठी में है क्या ?
आक़ा का फ़रमान हुआ और फ़ज़्ल-ए-रहमान हुआ
मुट्ठी से कंकर बोला, ला-इलाहा इल्लल्लाह
ह़स्बी रब्बी जल्लल्लाह, मा फ़ी क़ल्बी गै़रुल्लाह
नूर-ए-मुह़म्मद स़ल्लल्लाह, ला-इलाहा इल्लल्लाह
अपनी बहन से बोले उमर, ये तो बता क्या करती थी?
मेरे आने से पहले क्या चुपके चुपके पढ़ती थी?
बहन ने जब क़ुरआ’न पढ़ा, सुन के कलाम-ए-पाक-ए-ख़ुदा
दिल ये उमर का बोल उठा, ला-इलाहा इल्लल्लाह
ह़स्बी रब्बी जल्लल्लाह, मा फ़ी क़ल्बी गै़रुल्लाह
नूर-ए-मुह़म्मद स़ल्लल्लाह, ला-इलाहा इल्लल्लाह
वो जो बिलाल-ए-हब्शी है, सरवर-ए-दीं का प्यारा है
दुनिया के हर आशिक़ की आँखों का वो तारा है
ज़ुल्म हुए कितने उन पर, सीने पे रखा पत्थर
फिर भी ज़बाँ पर जारी रहा, ला-इलाहा इल्लल्लाह
ह़स्बी रब्बी जल्लल्लाह, मा फ़ी क़ल्बी गै़रुल्लाह
नूर-ए-मुह़म्मद स़ल्लल्लाह, ला-इलाहा इल्लल्लाह
मेरे नबी के ग़ुलामों का रुत्बा बड़ा है, शान बड़ी
चाहे ग़ौस-ए-आज़म हों या के दाता हजवेरी
याद नहीं तुम्हें वो मंज़र ! ख़्वाजा ने जब ख़ुद चल कर
नव्वे लाख़ को पढ़वाया, ला-इलाहा इल्लल्लाह
ह़स्बी रब्बी जल्लल्लाह, मा फ़ी क़ल्बी गै़रुल्लाह
नूर-ए-मुह़म्मद स़ल्लल्लाह, ला-इलाहा इल्लल्लाह
मेरे मौला ! मेरे ख़ुदा ! तू ही ख़ालिक़-ए-अर्ज़-ओ-समा
तू ही मालिक-ए-रोज़-ए-जज़ा, मैं हु सरापा जुर्म-ओ-ख़ता
फिर भी तुझ से है ये दुआ, वक़्त-ए-नज़ाअ’ जब आए मेरा
लब पे हो बस एक सदा, ला-इलाहा इल्लल्लाह
ह़स्बी रब्बी जल्लल्लाह, मा फ़ी क़ल्बी गै़रुल्लाह
नूर-ए-मुह़म्मद स़ल्लल्लाह, ला-इलाहा इल्लल्लाह
दुनिया के इन्सान कई शिर्क-ओ-बिदअ’त करते थे
रब के थे बंदे फिर भी बुत की इ’बादत करते थे
बुत-ख़ानें हैं थर्राए, मेरे नबी हैं जब आए
कहने लगी मख़्लूक़-ए-ख़ुदा, ला-इलाहा इल्लल्लाह
ह़स्बी रब्बी जल्लल्लाह, मा फ़ी क़ल्बी गै़रुल्लाह
नूर-ए-मुह़म्मद स़ल्लल्लाह, ला-इलाहा इल्लल्लाह
गुलशन कलमा पढ़ते हैं, चिड़िया कलमा पढ़ती है
दुनिया की मख़्लूक़ सभी ज़िक्र ख़ुदा का करती है
कहते सभी हैं जिन्न-ओ-बशर, कहता शजर है, कहता हजर
कहता है पत्ता पत्ता, ला-इलाहा इल्लल्लाह
ह़स्बी रब्बी जल्लल्लाह, मा फ़ी क़ल्बी गै़रुल्लाह
नूर-ए-मुह़म्मद स़ल्लल्लाह, ला-इलाहा इल्लल्लाह
इस नात को भी पढ़ें: – अकीका की दुआ हिंदी में
Hasbi Rabbi Jallallah Naat Lyrics In English
Hasbi Rabbi Jallallah Ma Fi Qalbi Ghairullah
Noor-e-muhammad Sallalla Laailaha Illallah
Tere Sadqe Me Aaqa, Sare Jahan Ko Deen Mila
Bedeeno Ne Kalma Padha, Laailaha Illallah
Hasbi Rabbi Jallallah, Ma Fi Qalbi Ghairullah
Noor-e-muhammad Sallalla, Laailaha Illallah
Simt-e-nabi Abu Jehal, Gaya Aaqa Se Usne Ye Kaha
Agar Ho Nabi Batlaao Zara, Meri Mutthi Me Hai Kya
Aaqa Ka Farman Hua, Aur Fazl-e-rahmaan Hua
Mutthi Se Patthar Bola, Laailaha Illallah
Hasbi Rabbi Jallallah, Ma Fi Qalbi Ghairullah
Noor-e-muhammad Sallalla, Laailaha Illallah
Wo Jo Bilal-e-habshi Hai, Sarwar-e-deen Ka Pyara Hai
Duniya Ke Har Aashiq Ki, Aakhon Ka Wo Tara Hai
Zulm Hue Kitne Uspar, Seene Par Rakha Patthar
Lab Par Phir Bhi Jaari Tha, Laailaha Illallah
Hasbi Rabbi Jallallah, Ma Fi Qalbi Ghairullah
Noor-e-muhammad Sallalla, Laailaha Illallah
Apni Bahan Se Bole Umar (Ra), Ye To Bata Kya Karti Thi
Mere Aane Se Pahle, Kya Chupke Chupke Padhti Thi
Bahan Ne Jab Quran Padha, Sunke Kalam-e-paak Khuda
Dil Ye Umar (R.a) Ka Bol, Utha Laailaha Illallah
Hasbi Rabbi Jallallah, Ma Fi Qalbi Ghairullah
Noor-e-muhammad Sallalla, Laailaha Illallah
Duniya Ke Insan Sabhi, Shirk-o-bidat Karte The
Rab Ke The Bande Phir Bhi, But Ki Ibadat Karte The
Butkhane Hain Tharraye, Mere Nabi Hain Jab Aaye
Kahne Lagi Makhlooq-e-khuda, Laailaha Illallah
Gulshan Kalma Padte Hein, Chidiya Kalma Padti Hai
Duniya Ki Makhluk Sabhi, Zikr Khuda Ka Karti Hai
Kehte Sabhi Hein Jinno Bashar, Kehta Shajar Hai Kehta Hajar
Kehta Hai Patta Patta, Lailaha Illalallah
Hasbi Rabbi Jallallah, Ma Fi Qalbi Ghairullah
Noor-e-muhammad Sallalla, Laailaha Illallah
Hasbi Rabbi Jallallah Naat Lyrics in Urdu
حسبی ربی جل اللہ
مافی قلبی غیر اللہ
نور محمد صلی اللہ
لا الہ الا اللہ
تیرے صدقے میں آقا
سارے جہاں کو دین ملا
بے دینوں نے کلمہ پڑھا
لا الہ الا اللہ
سمت نبی ابو جہل گیا
آقا سے اس نے یہ کہا
اگر ہو نبی بتلاؤ ذرا
میری مٹھی میں ہے کیا
آقا کا فرمان ہوا
اور فضل رحمان ہوا
مٹھی سے پتھر بولا
لا الہ الا اللہ
وہ جو بلال حبشی ہے
سرور دین کا پیارا ہے
دنیا کے ہر عاشق کی
آنکھوں کا وہ تارا ہے
ظلم ہوئے کتنے ان پر
سینے پر رکھا پتھر
پھر بھی لب پر جاری تھا
لا الہ الا اللہ
اپنی بہن سے بولے عمر
یہ تو بتا کیا کرتی تھی
میرے آنے سے پہلے
کیا چپکے چپکے پڑھتی تھی
بہن نے جب قرآن پڑھا
سن کے کلام پاک خدا
دل یہ عمر کا بول اٹھا
لاالہ الا اللہ
دنیا کے انسان سبھی
شرک و بدعت کرتے تھے
بندے تھے رب کے لیکن
بت کی عبادت کرتے تھے
بت خانے ہیں تھرائے
میرے نبی جب آئے
کہنے لگی مخلوق خدا
لاالہ الا اللہ
حسبی ربی جل اللہ
مافی قلبی غیر اللہ
نور محمد صلی اللہ
لا الہ الا اللہ
Hasbi Rabbi Naat Lyrics Pdf Download
दोस्तों जैसा की आप सभी ने ऊपर ह़स्बी रब्बी जल्लल्लाह नात को हिंदी, इंग्लिश और उर्दू में पढ़ ही लिया होगा।
तो दोस्तों अगर आप भी चाहते हैं कि आप इस Hasbi Rabbi Jallallah Naat की Pdf डाउनलोड कर सकें जिससे की आप इस नात को ऑफलाइन पढ़ के याद कर सकें।
तो हमने नीचे इस नात को डाउनलोड करने का बटन दिया है,
आप आसानी के साथ वहाँ से इस ह़स्बी रब्बी जल्लल्लाह नात को हिंदी, इंग्लिश और उर्दू में डाउनलोड कर सकते हैं।
हस्बी रब्बी जल्लल्लाह ऑडियो फाइल | Hasbi Rabbi Jallallah Mp3
आप नीचे दिए गए बटन से आसानी के साथ मौला या सल्ली व सल्लिम की ऑडियो फाइल को डाउनलोड करके सुन सकते हैं।
आखिरी शब्द
तो दोस्तों आजकल हस्बी रब्बी जल्लल्लाह नात बहुत फेमस नात है। जिसको कई नात ख्वाह ने अपनी-अपनी आवाज़ में पढ़ा है। इस पोस्ट से आप भी अब इस नात Hasbi Rabbi Jallallah के Lyrics सीख गए हैं।
अगर नात में कहीं लिखने में गलती हो तो आप हमें कमेंट करके जरूर बताये।
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