प्यारे साथियों, अगर आप नहीं जानते कि औरतों की नमाज़ का सही तरीका क्या है, तो आज की इस पोस्ट में हम औरतों की नमाज़ का तरीका हिंदी में (Aurton Ki Namaz Ka Tarika in Hindi) पूरी डिटेल में पढ़ेंगे।
आपको चाहिए कि आप औरतों की नमाज़ के इस तरीके को सही-सही समझ लें।
औरतों की नमाज़ का तरीका हिंदी में | Aurton Ki Namaz Ka Tarika
औरतों की नमाज़ में औरतों को सिमटकर नमाज़ अदा करनी होती है जबकि मर्दों के लिए थोड़ा खुलकर नमाज़ पढ़ने का हुक्म है।
सुन्नत, फर्ज, नफिल और वित्र सभी को पढ़ने का तरीका बिलकुल एक जैसा होता है।
इनमें कोई कमी या बढ़ोतरी नहीं होती है।
औरतों की नमाज़ (Aurton Ki Namaz) में बस कुछ बातों का ख्याल रखना बेहद जरूरी होता है।
जिनको हम आगे बता रहे हैं।
- सबसे पहले ग़ुस्ल करना।
- अगर पाक हैं तो वुज़ू करना।
- मुसल्ला या चटाई बिछाना।
- नमाज़ के लिए खड़े होना।
- नमाज़ पढ़ना।
Credit To: – Mufti Tariq Masood Speeches
सबसे पहले ग़ुस्ल करना।
अगर आप पाक नहीं हैं तो सबसे ग़ुस्ल करना होता है। बहुत सी हमारी माँ-बहने ऐसी होती हैं कि उन्हें ग़ुस्ल का तरीका मालूम ही नहीं होता है।
तो हमारी और आपकी जिम्मेदारी है कि हम अपने घरों में इन छोटी-छोटी बातों को बताएं।
जिसको हमने अपनी दूसरी पोस्ट में बताया है। आप वहाँ से आसानी से ग़ुस्ल के तरीके को सीख सकते हैं।
अगर पाक हैं तो वुज़ू करना।
अगर आप पाकी की हालत में हों तो आपको वुज़ू करना होता है।
वुज़ू करने में ख्वातीनों को कुछ बातों का ख्याल रखना चाहिए।
- नाखूनों में आटा बगैरह लगा हो तो पहले उसको अच्छे से साफ़ करें।
- नेल पोलिश को भी साफ़ कर लें।
इसके बाद औरतों को वुज़ू करना होता है। वुज़ू के पूरे तरीके को हमारी दूसरी पोस्ट में पढ़ सकते हैं।
यहाँ हम केवल वुज़ू के फ़राइज़ बता रहे हैं।
- सबसे पहले पेशानी से लेकर थोड़ी के नीचे तक और एक कान की लौ से दुसरे कान की लौ तक चेहरे को धोना है।
- फिर आपको अपने दोनों हाथ कोहनियों समेत धोना होता है।
- अब आपको चौथाई सिर का मसह करना होता है।
- आखिर में आपको पैरों को टखनों समेत धोना है।
वुज़ू को मुकम्मल तरीके से करने के बाद औरतों को अब नमाज़ के लिए तैयार होना होता है।
आप अच्छे से हिजाब या दुपट्टे को बाँध लें। ताकि आपके हाथ और सर के बाल अच्छे से छिप जायें।
मुसल्ला या चटाई बिछाना।
अब आपको जिस जगह नमाज़ पढ़ना है वहाँ पर चटाई या मुसल्ला बिछाकर आपको नमाज़ पढ़नी शुरू करना है।
अगर आपको मालूम है कि जगह पाक है तो आप बिना कुछ बिछाये नमाज़ पढ़ सकते हैं।
नमाज़ अदा करते वक़्त आपको नमाज़ के फ़राइज़ का मालूम होना बेहद जरूरी है।
नमाज़ पढ़ना या Aurton Ki Namaz Ka Tarika
औरतों की नमाज़ पढ़ने का तरीका कुछ इस तरह होता है।
अब नमाज़ चाहे फर्ज़ हो या नफिल, तरीका सबका एक जैसा होता है। जिसको आपको सीखना बेहद जरूरी है।
#1. औरतों के लिए नियत करने का तरीका
औरतों की नमाज़ में नियत करने के लिए हाथों को कंधों तक ऊपर उठायें और हथेलियों को क़िबला रुख करना है और आहिस्ता से “अल्लाहुअकबर” कहकर नियत बाँध लें।
नियत बाँधनें में अपने दोनों हाथों को सीने पर इस तरह रखना होता है कि बायें हाथ के पुश्त पर दायें हाथ की हथेली हो।
#2. सना पढ़ना
अब नियत बाँधनें के बाद आपको सना पढ़ना है जो इस तरह है: –
(आउज़ुबिल्लाही मिन्श शैतानिर रजीम, बिस्मिल्लाह हिर्रह्मानिर रहीम)
“सुब्हा-न-कल्लाहुमु-म व बि-हम्दि-क व तबा-र-कस्मु-क व तआला जदुदु-क वला इला-ह गैरु-क०”
सना पढ़ने के बाद आपको सूरह फातिहा को पढ़ना होता है।
#3. कुरआन की तिलावत करना
सूरह फातिहा पढ़ने के बाद आपको कुरआन शरीफ की कोई भी सूरह को पढ़ना है। आपको जो भी सूरह याद हो वो आप पढ़ सकते हैं।
कोशिश करें कि आप नमाज़ में पढ़ी जाने वाली सूरह को याद कर लें।
इसके बाद अल्लाहुअकबर कहते हुए रुकू में जाना होता है।
#4. औरतों के रुकू करने का तरीका
औरतों की नमाज़ में रुकू करने का सही तरीका कुछ इस तरह होता है: – आपको रुकू में अपने दोनों हाथों से पैरों के घुटनों को मजबूती से पकड़ना है और पैरों के घुटनों को आपस में मिलाकर रखना है।
रुकू में आपको तीन मर्तबा सुब्हा-न रब्बियल अज़ीम० पढ़ना होता है।
उसके बाद रुकू से सीधे खड़े होकर समीअल्लाहु लिमन हमिदह पढ़ना होता है।
इसके बाद रब्बना लकल हमद पढ़ना होता है। इसको पढ़ने के बाद अल्लाहुअकबर कहते हुए सज्दा करना होता है।
#5. औरतों के लिए सज्दा करने का तरीका
सजदे में जाते वक़्त औरतों को पहले घुटना ज़मीन पर रखना होता है, फिर दोनों हाथ ज़मीन पर रखना होता है और हाथों की उँगलियों को अच्छे से मिलाकर रखना होता है।
जब दोनों हाथ ज़मीन पर रख लेंगी तो अपने दोनों हाथों के बीच में पहले नाक को, फिर पेशानी आहिस्ता से ज़मीन पर रखना होता है।
अपने दोनों पैरों को मोड़कर दाहिनी ओर कर लेना होता है और अच्छे से सिमट कर इस तरह सज्दा करना होता है कि पेट और रानें (जांघें) दोनों आपस में मिल जाएं और बाहें आपके पहलू की पसलियों से मिल जायें।
सजदे की हालत में निगाह नाक पर रखना है और सजदे में सज्दे की तस्बीह “सुब्हाना रब्बियल आला” को तीन मर्तबा पढ़ना है।
जब एक सज्दा कर लें तो अल्लाहुअकबर कहते हुए सजदे से उठकर बैठ जायें।
ख्याल रहे कि आपके दोनों पैर दाहिनी ओर रहे और आपको कुहले के बल बैठना है।
इसी तरह आपको दूसरा सज्दा करना होता है और दुसरे सजदे के बाद आपको अल्लाहुअकबर कहते हुए दूसरी रकात के लिए सीधा खड़ा हो जाना है।
इस तरह आपकी एक रकत पूरी हो जाएगी। बाकी की रकात को भी आपको ऐसे ही पढ़ना होता है।
#6. अत्तहियात के मानिंद बैठना
आपको नमाज़ की आखिरी रकात में अत्तहियात में बैठना होता है।
औरतों का अत्तहियात में बैठने का तरीका यह है कि दोनों पैर दाहिनी ओर रखने हैं और कुहले के बल बैठना है।
#7. सलाम फेरना
सलाम फेरने के लिए सबसे पहले दाहिनी ओर सलाम फेरना है और कहना है “अस्सलामोअलैकुम बरहमतुल्लाह” फिर बाईं ओर इसी तरह सलाम करना है।
#8. दुआ करना
आखिर में आपको दुआ करना होती है।
इस तरह Aurton Ki Namaz Padhne Ka Tarika पूरा होता है।
आखिरी शब्द
तो साथियों औरतों को नमाज़ पढ़ते वक़्त यह ख्याल रखना चाहिये कि उनके दोनों हाथ हिजाब या दुपट्टे से बाहर नहीं निकलने।
बाकी हमने औरतों की नमाज़ का पूरा तरीका (Aurton KI Namaz Ka Tarika) सही से समझा कि औरतों को किन किन बातों को नमाज़ के दौरान ध्यान रखना है।
बाकी की नमाज़ बिलकुल मर्दों की नमाज़ की तरह अदा करनी होती है।
अगर इस पोस्ट में कोई गलती हो या कुछ बढ़ाना हो तो आप हमें कमेंट में जरूर बताएं।
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