Last updated on फ़रवरी 13th, 2023 at 06:50 अपराह्न
अस्सलामो अलैकुम साथियों, अक्सर हम अल्हम्दुलिल्लाह तो बोल देते हैं लेकिन हम लोगों में ज्यादातर लोग अल्हम्दुलिल्लाह का मतलब (Alhamdulillah Meaning in Hindi) नहीं जानते हैं।
और ना ही हम लोग यह जानते हैं कि अल्हम्दुलिल्लाह को सही से कहाँ इस्तेमाल किया जाता है?
तो इस पोस्ट में हम अल्हम्दुलिल्लाह को हिंदी मतलब के साथ पढ़ेंगे और इसके बारे में भी जानेंगे।
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अलहम्दुलिल्लाह का मतलब | Alhamdulillah Meaning In Hindi
आपको यह जान लेना जरूरी है कि Alhamdulillah शब्द अरबी भाषा का शब्द है।
अल्हम्दुलिल्लाह का हिंदी मतलब “सभी तारीफें ﷲ अल्लाह के लिए हैं” या “अल्लाह का शुक्रिया है” होता है।
Alhamdulillah को कैसे पढ़ते हैं?
अल्हम्दुलिल्लाह को अल-हमदु-लिल्लाह (अरबी: ٱلْـحَـمْـدَ للهِ) कहा जाता है। अगर हम कलमा अल्हम्दुलिल्लाह का मतलब अलग-अलग देखें तो ये होता है
🟢 अल्: – जिसका इस्तेमाल सर्वनाम में होता है, जैसा इंग्लिश में “The”।
🟢 हम्दु: – इसका मतलब अल्लाह की तारीफ होता है।
🟢 लिल्लाह: – इसका मतलब होता है अल्लाह की।
Alhamdulillah Meaning In Hindi Image
अल्हम्दुलिल्लाह कब इस्तेमाल किया जाता है?
इससे पहले कि हम अल्हम्दुलिल्लाह की फ़ज़ीलत को जाने हमें यह जान लेना बेहद जरूरी है कि आखिर अलहम्दु लिल्लाह बोला कब जाता है?
ज्यादातर लोग अल्हम्दुलिल्लाह को तब पढ़ते हैं जब उनको किसी काम में फायदा हो या ख़ुशी हासिल हो।
लेकिन हमें चाहिए कि हम अल्हम्दुलिल्लाह को हमेशा पढ़ा करें।
चाहे ख़ुशी का वक़्त हो या गम का सबसे पहले अल्लाह का शुक्रिया अदा करें और अल्हम्दुलिल्लाह कहें।
जब हमें कोई उपलब्धि हासिल होती है तो हम Alhamdulillah कहकर अल्लाह का शुक्रिया अदा करते हैं।
लेकिन जब कोई नाकामयाबी या गम होता है तो हम अल्लाह का शुक्रिया अदा न करके उल्टा अल्लाह से शिकायत करने में लग जाते हैं। जो कि बहुत गलत आदत है।
हमें खुशियाँ भी अल्लाह देता है और गम भी अल्लाह ही देता है, और इन दोनों में हमारे लिए अल्लाह की कोई न कोई भलाई ही होती है।
तो हमें हमेशा अल्लाह का शुक्रिया अदा करते रहना चाहिए और Alhamdulillah with Meaning in Hindi पढ़ते रहना चाहिए।
🔴 उदहारण: – जैसे कि अगर आपने कोई एग्जाम दिया था और आप उसमें अच्छे नम्बरों से पास हो गए तो आप कहेंगे: –
अल्हुम्दुलिल्लाह, मैं फलाँ परीक्षा में पास हो गया।
या
आपने कोई काम किया और आपको उसमें कामयाबी हासिल हुई तो आपको कहना चाहिए अल्हम्दुलिल्लाह,
अल्लाह का एहसान और करम रहा कि अल्लाह ने मुझे इस काम में कामयाबी दी।
या
कोई आपको खाना खिलाये तो आपको बोलना चाहिए, अल्हम्दुलिल्लाह।
और अगर आपको किसी चीज़ में नुक्सान हुआ तब भी आप अल्हम्दुलिल्लाह पढेंगे और अल्लाह का शुक्रिया अदा करेंगे।
तो जैसा कि हमने पढ़ा कि
किसी काम के हो जाने या गम हो या ख़ुशी हर हाल में अल्लाह का शुक्रिया अदा करने के लिए अल्हमदु लिल्लाह बोलना चाहिए।
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अल्हम्दुलिल्लाह की फ़ज़ीलत | Alhamdulillah Ki Fazilat
“सूरह फातिहा की पहली आयत भी है कि ‘अल्हम्दुलिल्लाही रब्बिल आलमीन’
जिसका हिंदी मतलब होता है कि सभी तारीफें अल्लाह ही के लिए हैं, जो सारे जहां का मालिक है।”
यहीं से हमें मालूम हो जाना चाहिए कि अल्लाह ने क़ुरान के शुरू में सूरह फातिहा में ही फरमा दिया कि अल्लाह के अलावा इस दुनिया में कोई दूसरा माबूद तारीफ के लायिक नहीं है।
और हमें चाहिए कि चाहे गम हो या ख़ुशी हर हाल में अल्लाह की हमद बयाँ करते रहें। इसके लिए आप कलमा-ए-शुक्र जोकि अल्हम्दुलिल्लाह है, इसको पढ़ते रहें।
जैसा कि अल्हम्दुलिल्लाह का मतलब ही होता है कि अल्लाह का शुक्रिया अदा करना।
तो हर घड़ी में चाहे कोई पैदा हो तो अल्लाह की तारीफ, मरा भी तो अल्लाह की तारीफ, नुक्सान हुआ तो भी अल्लाह की तारीफ और फायदा भी हो तो अल्लाह की तारीफ करते रहना चाहिए।
लेकिन यहाँ एक बात गौर करने की है कि आजकल लोग केवल अल्हम्दुलिल्लाह को ख़ुशी में ही पढ़ते हैं।
कोई मरा तो भी अल्लाह की तारीफ में अगर आपने किसी के सामने अल्हम्दुलिल्लाह कह दिया, तो वो शख्स एक बार को आप पर घुस्सा हो जायेगा और कहने लगेगा कि वो मर गया और तुम अल्हम्दुलिल्लाह कह रहे हो।
क्यूंकि हमने अलहम्दु लिल्लाह की फ़ज़ीलत नहीं जानी है।
तो आईये इसके ऊपर एक हदीस जानते हैं जिसमें एक नाबालिग औलाद के मरने पर अल्हम्दुलिल्लाह कहने का क्या अज़र है।
नाबालिग औलाद की वफात पर अल्हम्दुलिल्लाह कहने पर सवाब
🔷 जामी अत-तिर्मिज़ी की हदीस 1021 में है कि अबू मूसा अश’अरी र. अ. फरमाते हैं कि रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया: –
जब मोमिन का बच्चा फौत होता है, तो अल्लाह ताअला फरिश्तों से फरमाता है: – क्या तुमने मेरे बन्दे के उस बच्चे की रूह कब्ज़ कर ली?
(यहाँ नाबालिग बच्चे से मुराद, बच्चा पैदा न होने से पहले से लेकर बालिग़ ना होने तक है)
फिर फ़रिश्ते जबाव में फरमाते हैं: – हाँ।
फिर अल्लाह ताअला फरमाता है: – क्या तुमने मेरे बन्दे के जिगर का टुकड़ा ले लिया?
फिर फ़रिश्ते जबाव में फरमाते हैं: – हाँ, हमने छीन लिया।
फिर अल्लाह फरमाता है: – कि तुमने तो मेरे बन्दे का सबकुछ छीन लिया। तो मेरे बन्दे ने क्या कहा?
फिर फ़रिश्ते जबाव में फरमाते हैं: – इसने अल्हम्दुलिल्लाह कहा और उसके बाद कलमा “इन्ना लिल्लाहि व इन्ना इलैही राज़िऊन” पढ़ा है।
अल्लाह ताअला इरशाद फरमाते हैं: – मेरे इस बन्दे के लिए जन्नत में एक घर बना दो और इसका नाम बैतुल हम्द रख दो।
क्यूंकि मैंने अपने बन्दे का बच्चा भी छीन लिया फिर भी इसने मेरी तारीफ की।
तो इससे साफ़ ज़ाहिर हो जाता है कि अल्हम्दुलिल्लाह कहने की कितनी बड़ी फ़ज़ीलत है।
तो हमें चाहिए कि, हर हाल में चाहे गम हो या ख़ुशी, इंशा अल्लाह आज से हम भी अल्हम्दुलिल्लाह कसरत के साथ पढ़ा करेंगे।
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Alhamdulillah से जुड़े कुछ सवाल-जवाब
जवाब: – अल्हम्दुलिल्लाह का हिंदी मतलब होता है: – “सभी तारीफें ﷲ अल्लाह के लिए हैं” या “अल्लाह का शुक्रिया है”।
जवाब: – अल्हम्दुलिल्लाह शब्द 3 शब्दों से मिलकर बना है। पहला अल, दूसरा हम्दु और तीसरा शब्द है लिल्लाह।
आखिरी शब्द
जैसा कि हमने अपनी इस पोस्ट में अल्हम्दुलिल्लाह का हिंदी मतलब (Alhamdulillah Meaning in Hindi) पूरी डिटेल में पढ़ लिया।
इंशा अल्लाह अब आप कोशिश करेंगे कि आप अलहम्दु लिल्लाह को अपनी जिन्दगी में इस्तेमाल किया करेंगे।
दोस्तों, अगर हमसे लिखनें में कोई गलती हुई हो तो आप हमें कमेंट में जरूर बताएं।
गुज़ारिश है कि आप हमारी इस पोस्ट को अपने साथियों के साथ जरूर शेयर करेंगे।
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